गुरुवार, 25 सितंबर 2014

; ; ;  ; ;  शक्ति जागरण -नवदुर्गा महापर्व ; ; ; ;

माँ ने हमें जन्म दिया और सदाचार्य का जीवन जीने की शैली भी हमें सिखाई हैं,हम भारतीय स्वभाव से  सदा से ही आदर्शवादी रहे हैं ,माँ के बिना अवतार भी अपने जीवन  की दिशा तय नहीं कर पाते तो हम साधारणजन के लिए यह असभव ही हैं,
जननी हमारी गुरु और मार्गदर्शिका होती हैं ,माँ का दर्जा ईश्वर से कभी भी कम नहीं हो सकता हैं ,आपको जीवन में कभी भी कठनाई आये तो एक नन्हे बच्चे की तरह माँ को याद करना समस्त शक्तियॉ आपके करीब होगी ,माँ तुम हो न ,,,,ॐ श्री राधे कृष्णा बोले ,,राधेराधे,,,