शनिवार, 9 मार्च 2013

ईश्वर एक हैं ,आदिकर्ता शिव अर्ध्दनारीश्वर स्वरूप है,,

ॐ नम :शिवाय :अर्द्ध नारीश्वर प्रभु जिन्होंने माँ पिता दोंनों रूपों को अपने में धारण किया हैं ,संसार के आदिकर्ता दैविक दैहिक रूप में एक हैं ,परमात्मा ही एकमात्र  ऎसे हैं जिनमें देवी शक्ति निवास करती हैं 
,ईश्वर के संसार जितने भी स्वरूप हैं ,उन सभी स्वरूपों देवी आभा उनको सदा अंगीकार किये हुयें हैं .
ॐ ॐ ॐ जाप से ही सभी मन्त्र की प्राप्ति हैं ,सत्यम शिवम सुन्दरम ,,,,,,,,,

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